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क्या होता है Depression, जानिए इसके प्रकार और लक्षण

Depression: दुनिया में अधिकतर लोग ऐसे हैं जो की लाइफ में कभी न कभी डिप्रेशन (Depression) के शिकार होते ही हैं। यह रोग दिमागी तौर से जुड़ा हुआ है जिसका यदि समय पर इलाज न कराया जाए तो समय के साथ यह इतना बढ़ता जाता है की फिर उसे अपने सामने सिर्फ अंधकार ही नजर आता है।और वह इंसान इतना निराशा और हताशा हो जाती है कि उसे सुसाइड करने की टेंडेंसी तक आने लगती है।और इस अवस्था से रोगी को नॉर्मल लाइफ में लौटने में काफी मुश्किल आती है ऐसे में जरूरी हो जाता है कि सही समय पर ही हम इसे पहचानें तथा इससे उबरने की कोशिश कर सके।

क्‍या कहता है WHO ?

डब्लूएचओ (WHO) की माने तो। इस समय पूरी दुनिया में लगभग 264 मिलियन लोग डिप्रेशन (Depression) के शिकार हो रहे है यह तक की दुनियाभर में जितने भी शारीरिक और मानसिक रोग बढ़ रहे हैं उन सब का कारण डिप्रेशन ही है।

डिप्रेशन के प्रकार और लक्षण

1. मेजर डिप्रेशन (Major Depression)

अगर आप सप्‍ताह में हर दूसरे दिन उदास महसूस करते हैं। या दैनिक गतिविधियों में कमी, वजन तेजी से कम होना या तेजी बढ़ना, नींद न आना, बेचैनी और उत्तेजना महसूस करना, हर वक्‍त थका हुआ महसूस करना, गिल्‍ट फील करना, आत्महत्या के विचार और हर वक्‍त हारा हुआ जैसा महसूस हो रहा है। या इनमे से आपको 5 लक्षण भी हैं। तो तुरंत डॉक्टर की सलहा ले।

2 मेलानकॉलिक डिप्रेशन (Melancholic Depression)

सुबह उठने के ठीक बाद आपमें मेजर डिप्रेशन के लक्षण नजर आएंगे। यह सेहत के लिए और भी खतरनाक हो सकता है.

3 पर्सिस्टेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर (Persistent depressive disorder)

इस डिसऑर्डर में दो स्थितियां होती हैं जिन्हें डिस्टीमिया और क्रोनिक मेजर डिप्रेशन कहा जाता है। ऐसा होने पर या तो भूख बिलकुल नहीं लगती या जरूरत से जायदा भूख लगती हैं। इसके अलावा नींद पर भी असर दिखाई देने लगता है या तो नींद बहुत ज्यादा या बहुत कम हो जाती है। कमजोरी, सेल्‍फ हेटनेस, लो कॉनसन्‍ट्रेशन, निराशा आदि महसूसहोने लगता है।

4.बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar disorder)

बाइपोलर डिसऑर्डर में मूड में काफी उतार-चढ़ाव होने लागते है। यह भयानक डिप्रेशन का रूप भी ले सकता है। ऐसी स्थिति में मेडिटेशन करना बहुत जरूरी होता है।

5 सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (Seasonal affective disorder- SAD)

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर अक्सर सर्दियों के महीनों में होता है। जबकि गर्मी या अन्‍य खुशगवार मौसम में इससे राहत बनी रहती है। इन मरीजों को डाक्टर की सलाह से दवाई लेनी जरुरी होती है

6 साइकोटिक डिप्रेशन साइकोटिक डिप्रेशन (Psychotic Depression)

ऐसे लोग मानसिक अवसाद से घिरे होते हैं जो किसी घटना की वजह से भी हो सकता है. इसके लक्षण हैं अजीब-अजीब से सपने आना, भ्रम होना, पागलपन आदि. इन्‍हें भी दवाओं की मदद से ठीक किया जा सकता है.

7 पोस्टपार्टम डिप्रेशन या पोस्‍ट डिलीवरी डिप्रेशन (Postpartum Depression)

यह बीमारी कई महिलाओं को बच्चे के जन्म के दौरान महीनों तक अवसाद होने से होती है जो कई बार मां और बच्‍चे दोनों की सेहत को नुकसान पहुंचाती है इसका एक ही उपाय है परिवार का साथ, केयर और प्‍यार. इनके अभाव में ही महिलाएं‍ डिप्रेशन की शिकार से निकलती हैं।

डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय

1. अच्छी नींद जरूर लें, कोशिश करें कि 8 घंटे जरूर सोएं।
2. रात में सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप से दूरी बनाएं।
3. संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।
4. रोजाना धूप में समय जरूर बिताएं, क्योंकि इससे विटामिन डी मिलता है।
5. नियमित एक्सरसाइज जरूर करें
6. रोज योग और मेडिटेशन करें
7. ऐसे काम करें या खेल खेलें जो आपको पसंद हैं
8. संगीत सुनें
9. खुश रहें
10. दोस्तों और परिवार के बीच अच्छा समय बिताएं

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