Gauri Lankesh Killer Video: गौरी लंकेश के हत्यारों का हुआ भव्य स्वागत, सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा है वायरल
Gauri Lankesh Killer Video: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश (Gauri Lankesh) हत्या मामले में दो आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से बहार आते ही दोनों आरोपियों का भव्य स्वागत किया गया. हत्या कांड में शामिल दोनों आरोपी बेंगलुरु के अग्रहारा जेल में बंद थे. इन दोनों आरोपियों को कोर्ट ने जमानत पर रिहा किया है. जेल से बाहर आने के बाद दोनों का हिंदू समर्थक समूहों द्वारा शॉल और फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया है. इन दोनों आरोपियों के इस तरह से भव्य स्वागत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या कांड में शामिल पारसुराम बाघमेर और मनोहर यादव को बेंगलुरु सेशन कोर्ट ने 9 अक्टूबर को जमानत दे दी थी. जमानत मिलने के बाद 11 अक्टूबर को जेल से दोनों आरोपियों को रिहा कर दिया गया. जेल से बहार आने के बाद दोनों को फूल माला के साथ नारंगी शॉल भेंट किया गया. इन दोनों आरोपियों ने कालिका देवी मंदिर में पूजा की. इसके अलावा दोंनों ने शिवाजी महाराज की मूर्ति पर पुष्पमाला भी अर्पित किया. दोनों आरोपियों के लिए धार्मिक अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया है.
ये महापुरुष नहीं, ये हैं #GauriLankesh के हत्यारे! जमानत पर निकलते ही हिंदूवादी संगठनों द्वारा उनका स्वागत ऐसे हो रहा जैसे कोई महान कारनामा कर के लौटे हों। निहत्थी महिला पत्रकार को गोली मारने वालों को प्रोत्साहित करने वालों की घटिया मानसिकता और उनके संस्कारों की यही हकीकत है! pic.twitter.com/iuSm5JGIB5— Abid Sheikh (@imabidsheikh1) October 13, 2024
आख़िर ये पूरा मामला क्या है?
5 सितम्बर साल 2017 को पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कई आरोपियों से पूछताछ के बाद परशुराम वाघमोरे के अलावा अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. ये सभी आरोपी एक संस्था हिंदू जनजागृति समीति से जुड़े हुए थे. इस हत्या के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल था. कई प्रोटेस्ट भी हुए थे.
बता दें कि, पत्रकार गौरी लंकेश कट्टर हिन्दुत्व विचारधारा की कड़ी आलोचक थीं . 55 साल की गौरी ‘लंकेश पत्रिका’ (Lankesh Patrika) की संचालक थीं. इस पत्रिका की शुरुआत उनके पिता ने की थी. उन्होंने इस पत्रिका के जिरिए ‘कम्युनल हार्मनी फ़ोरम’ (Communal Harmony Forum) को काफी आगे बढ़या था. दिसंबर 2023 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) ने गौरी लंकेश हत्या मामले की सुनवाई में तेजी लाने के लिए विशेष अदालत में सुनवाई का निर्देश दिया था.