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CEO Chris Pavlovski ने Telegram फाउंडर की गिरफ्तारी से घबराकर छोड़ दिया यूरोप, जानिए क्या है वजह

Rumble के CEO Chris Pavlovski ने अपने X प्लेटफॉर्म (पुराना नाम Twitter) पर पोस्ट करके खुद ही बताया है कि वह अब यूरोप छोड़ चुके हैं. उन्होंने लिखा है कि मैं थोड़ा सा लेट हूं, लेकिन यही सही समय है. इससे पहले Telegram के CEO Pavel Durov को शनिवार शाम को फ्रांस एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. आइए जानते हैं विस्तार से.

Telegram मैसेजिंग ऐप के फाउंडर और CEO पावेल ड्यूरोव (Pavel Durov) को शनिवार शाम को फ़्रांस के बॉर्गेट हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया. ये जानकारी टीएफ1 टीवी और बीएफएम टीवी ने गुप्त सोर्स के हवाले से दी है. इससे घबराकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Ruble के CEO Chris Pavlovski ने कुछ ही घंटों में यूरोप छोड़ दिया.

Rumble के CEO Chris Pavlovski ने X प्लेटफॉर्म (पुराना नाम Twitter) पर पोस्ट करके खुद ही यह जानकारी दी है.कि वह यूरोप छोड़ चुके हैं. Rumble एक ऑनलाइन वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म है. जिसकी शुरुआत साल 2013 में हुई थी. Rumble पर गेमिंग, म्युजिक, न्यूज और पॉडकास्ट आदि का लाभ यूजर्स उठाते हैं.

I’m a little late to this, but for good reason — I’ve just safely departed from Europe.

France has threatened Rumble, and now they have crossed a red line by arresting Telegram’s CEO, Pavel Durov, reportedly for not censoring speech.

Rumble will not stand for this behavior and…— Chris Pavlovski (@chrispavlovski) August 25, 2024

CEO Chris Pavlovski ने X प्लेटफॉर्म पर लिखा है, मैं थोड़ा लेट हूं, लेकिन यही सही समय है. मैं यूरोप से सुरक्षित जा चुका हूँ. उन्होंने पोस्ट में आगे जानकारी दी है कि फ्रांस ने Rumble को भी दबाने की कोशिश की थी. अब उन्होंने Telegram के CEO Pavel Durov को हिरासत में लेकर तो सारी हद पार कर दी है.

Rumble के CEO Chris Pavlovski ने पोस्ट में आगे लिखा है कि वह फ्रीडम ऑफ स्पीच के साथ खड़े हैं और वे अपने इन्साफ के लिए फ्रांस की कोर्ट में लड़ाई भी लड़ेंगे. उन्होंने यह आशा भी जताई की पावेल ड्यूरोव को जल्द ही छोड़ दिया जाएगा.

गिरफ्तारी के पीछे की क्या है वजह

बता दें कि पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तार एक पुलिस जांच के दौरान की गई है, जो की टेलीग्राम पर मॉडरेटर की कमी पर केंद्रित थी. पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि मॉडरेटर की कमी ने मैसेजिंग ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को बिना रोक टोक के काम करने दिया है.

लगाए गए है गंभीर आरोप

पावेल ड्यूरोव ने एक बार यह जानकारी दी थी कि कई सरकारी उन पर दबाव बनाना चाहती है, लेकिन वे अपने ऐप Telegram को निष्पक्ष ही रखेंगे और इसे कभी भी जियो पॉलिटिक्स का मोहरा नहीं बनने देंगे. अब टेलीग्राम कई देशों में पॉपुलर हो रहा है, हालांकि कई देशों में उसे डेटा सिक्योरिटी की वजह से घेरा भी जा रहा है. पावेल ड्यूरोव के पास 15.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति है, जिसे भारतीय करेंसी में कंवर्ट करते हैं, तो यह 12,99,1

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