Wayanad Landslide Rescue Complication: भूस्खलन के 5वें दिन भी जारी है राहत बचाव अभियान, तलाशी के लिए लगाया रडार ड्रोन
Wayanad Landslide Rescue Complication: वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन के पांचवें दिन भी राहत बचाव का अभियान जारी है. आपको बतादें कि 1300 से ज्यादा बचावकर्मी, अत्याधुनिक उपकरण और भारी मशीनरी लगाकर भूस्खलन में फंसे सभी लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं.
354 से ज्यादा लोगों की हुई मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक वायनाड में हुए भूस्खलन 354 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में बचाव अभियान की जो खास बात है वो यह है कि तलाशी और बचाव (Wayanad Landslide Rescue Complication) के इलाकों में विशेषज्ञता रखने वाली सभी निजी कंपनियां, पुलिस स्वयंसेवक भी सेना और आपातकालीन सेवा इकाइयों के नेतृत्व में अब अभियान में शामिल हो चुके हैं.
#WATCH | Kerala: Indian Army jawans construct a temporary bridge for the machinery to pass through, to facilitate search and rescue operation. Visuals from Punchirimattom, Wayanad.
Search and rescue operation in landslide-affected areas in Wayanad, entered 5th day today. The… pic.twitter.com/FKrBiiI4qp— ANI (@ANI) August 3, 2024
बचाव अभियान में आ रही मुश्किलें
भूस्खलन की वजह से आए बड़े-बड़े पत्थर, लकड़ियां और चूरलमाला के आवासीय इलाकों में जमा हो गई हैं, जिसकी वजह से मलबे के नीचे जो लोग फंसे हुए हैं उनका पता लगाने के लिए अब बचाव प्रयासों में काफी दिक्कतें (Wayanad Landslide Rescue Complication) आ रही है.
तलाशी के लिए लगाया रडार ड्रोन
आपको बतादें कि रडार वाला ड्रोन को भी बचाव अभियान (Wayanad Landslide Rescue Complication) में अब तैनात कर दिया गया है. दरअसल, इस ड्रोन की ये खासियत है कि धरती से 120 मीटर की ऊंचाई पर भी ये ड्रोन उड़ते हुए केवल एक बार में ही लगभग 40 हेक्टेयर भूमि को सर्च कर लेता है.
बीते दिन जिला प्रशासन ने जीपीएस का इस्तेमाल करके संभावित स्थानों का मानचित्रण बचाव कार्य के लिए किया, साथ ही हवाई तस्वीरें लीं व सेल फोन लोकेशन डेटा भी लिया. इसके अलावा मलबे के नीचे दबे शवों की तलाश के लिए उन्होंने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार व कैडेवर डॉग स्क्वॉड का भी उपयोग किया है.