Priyanka contest from Rahul seat: वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगी प्रियंका गांधी, 25 साल बाद सियासत में वापसी
Priyanka contest from Rahul seat: चुनाव आयोग (Election Commission) ने झारखंड और महाराष्ट्र के साथ-साथ उपचुनाव के भी तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस बीच कांग्रेस पार्टी (Congress Party) से एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है. दरअसल कांग्रेस ने केरल की वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) की उम्मीदवारी का औपचारिक रूप से घोषणा कर दिया है. प्रियंका गांधी सालों के बाद फिर से इस बार चुनावी मैदान में होंगी.
इस सीट पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने चुनाव लड़ा था और अच्छे वोटों के साथ बड़ी जीत हासिल की थी. कांग्रेस ने जून में ही प्रियंका गांधी के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था. जब राहुल गांधी ने यूपी में पारिवारिक सीट रायबरेली को बरकरार रखने के लिए यह सीट खाली कर दी थी. प्रियंका गांधी वाड्रा भले ही कभी चुनाव नहीं लड़ीं हों, लेकिन वो हमेशा से राजनीति में काफी सक्रिय रहीं हैं.
प्रियंका गांधी की सियासत में कब हुई एंट्री?
प्रियंका गांधी ने साल 1999 में भारत की राजनीति में एंट्री ली थी. जब प्रियंका गांधी अपनी मां सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए चुनावी मैदान में उतरी थीं. इस दौरान उन्होंने पहली बार राजनीतिक मंच से भाजपा उम्मीदवार अरुण नेहरू (Arun Nehru) के खिलाफ प्रचार किया था. लेकिन बीते 25 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ, जब प्रियंका गांधी ने खुद चुनाव लड़ा हो. हालांकि उनके चुनाव लड़ने की ख़बर कई बार चर्चा का विषय बना. कांग्रेस समर्थक प्रियंका गांधी से यूपी में अपनी दादी और मां की सीट को आगे बढ़ाने की आशा टिकाए हुए हैं.
वायनाड से चुनाव लड़ने के पीछे वजह क्या है?
कई सालों के बाद इस बार प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गई हैं. लेकिन इसके पीछे वजह क्या है? दरअसल कई राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि कांग्रेस दक्षिण भारत में खासतौर पर केरल में अपनी सियासत मजबूत करना चाहती है. कांग्रेस कर्नाटक और तेलंगाना राज्य में सत्ता में है. उत्तर भारत में जहां भारतीय जनता पार्टी की पकड़ मजबूत है. तो वहीं कांग्रेस दक्षिण भारत में जीत हासिल करने की कोशिश में लगी है.
कांग्रेस पार्टी में प्रियंका की बड़ी भूमिका
प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी सूझबूझ और राजनीतिक समझ के लिए जानी जाती हैं. साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन और सीट बंटवारे में प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ी भूमिका निभाई थी. कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव में 110 सीटों की मांग कर रही थी. तो वहीं समाजवादी पार्टी ने सिर्फ 100 सीटें देने की पेशकश की थी. साल 2019 में प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी में कांग्रेस पार्टी का महासचिव बनाया गया था.
जहां कांग्रेस का गढ़ रायबरेली और अमेठी हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद, सितंबर 2020 तक, उन्हें उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया था. लेकिन दिसंबर 2023 में पार्टी में फेरबदल के कारण उनसे उत्तर प्रदेश का प्रभार छीन लिया गया.
इन सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवारों का किया एलान
चुनाव आयोग ने वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनावों की तारीखों का घोषणा कर दिया है. यहां 13 नवंबर को मतदान होगा. वहीं केरल की दो विधानसभा सीटों चेलक्करा और पलक्कड़ विधानसभा सीट के लिए भी 13 नवंबर को उपचुनाव कराया जाएगा. चुनाव आयोग के घोषणा के बाद कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार देर शाम इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. वायनाड सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की उम्मीदवार होंगी. तो वहीं पलक्कड़ से राहुल मम्कुटथिल और चेलक्करा विधानसभा सीट से राम्या हरिदास को उम्मीदवार बनाया गया है.