Manipur Violence Again: फिर भड़की मणिपुर में हिंसा, हुई अंधाधुंध फायरिंग, 2 की मौत और 9 घायल
Manipur Violence Again: मणिपुर में एक बार फिर से कुकी-जो समुदाय के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की तरफ से अलग प्रशासन की मांग को ठुकराने के बाद अब हिंसा भड़क चुकी है. आपको बतादें कि यह मामला इंफाल पश्चिम जिले का है, जहां उग्रवादियों की ओर से रविवार को हमले किए गए थे और इस हमले में दो लोग समेत एक महिला की मौत हो गई है इसके अलावा इस हमले में 9 लोग घायल हो गए हैं. सुरक्षाबलों की टीम इस हमले के बाद से ही अलर्ट मोड पर है.
ऐसे में पुलिस के मुताबिक, पहाड़ी के ऊपरी इलाके से उग्रवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कोत्रुक और पड़ोसी कडांगबांड के घाटी के निचले इलाकों की तरफ करने के साथ ही बम से भी हमले (Manipur Violence Again) किए. कडांगबांड इलाके के जो लोग हैं उन्होंने ये दावा किया है कि एक घर पर एक ड्रोन के जरिए बम गिराया गया है.
पुलिस ने ये बताया है कि दो लोगों की इस हमले में मौत हो चुकी है, जबकि 9 लोग इस हमले में घायल हो गए हैं. उन्होंने आगे जानकारी दी कि कई मकान भी उग्रवादियों की गोलाबारी (Manipur Violence Again) में क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. अस्पताल के अधिकारियों ने सूचना दी कि 9 घायलों में से 5 लोगों को गोली लगी है, वहीं बाकि लोगों को छर्रे लगे हैं.
लोगों में हमले से डर
उग्रवादियों के द्वारा अचानक किए गए इस हमले से गांव के लोगों में दहशत फैल चुकी है, जिसकी वजह से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के साथ ही बहुत से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. बतादें कि हमले (Manipur Violence Again) में मौत हुई महिला की जो पहचान है वो 31 वर्षीय नंगबाम सुरबाला देवी के तौर पर हुई है. पोस्टमॉर्टम के लिए शव को क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) ले जाया गया. फिलहाल बाकि मृतक लोगों की पहचान अबतक नहीं हो पाई है. इस हमले के बाद सुरक्षाबलों की टीम अलर्ट मोड पर है.
कोत्रुक के निहत्थे ग्रामीणों पर राज्य सरकार ने हमले (Manipur Violence Again) की काफी कड़ी निंदा की है. एक बयान में मणिपुर के गृह विभाग ने यह कहा है कि, “निहत्थे कौत्रुक ग्रामीणों पर राज्य सरकार को बम, ड्रोन और अत्याधुनिक हथियारों से हमला करने की ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सूचना मिली है, इसमें कथित तौर से एक महिला सहित 2 लोगों की कुकी उग्रवादियों ने हत्या कर दी. आतंकित करने के ऐसे कृत्य को निहत्थे ग्रामीणों को राज्य सरकार के द्वारा बहुत ही गंभीरता से लिया गया है, हालांकि राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए वह हर मुमकिन प्रयास कर रही है.”