CM Yogi का भ्रष्टाचार पर चला हंटर, SDM से लेकर नायब तहसीलदार तक हुए सस्पेंड
CM Yogi का भ्रष्टाचार पर चला हंटर, SDM से लेकर नायब तहसीलदार तक हुए सस्पेंड
भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुख्यमंत्री CM Yogi ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. जनपद फिरोजाबाद के अंतर्गत सिरसागंज तहसील में संदिग्ध रूप से अपने करीबियों को जमीन दिलाने के मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए सरकार ने उप जिलाधिकारी, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल और रीडर को सस्पेंड कर दिया है.
CM Yogi ने फिरोजाबाद के सिरसागंज तहसील में अवैध तरीके से जमीन हड़पने के मामले में 5 अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया है. इसमे उपजिलाधिकारी, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल और रीडर शामिल हैं. यूपी शासन की ओर से विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ इन सभी के खिलाफ FIR कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के सतर्कता विभाग की ओर से सभी के खिलाफ आय से अत्यधिक संपत्ति की जांच का निर्देश जारी किया गया है.
किस पर दर्ज होगी FIR
उत्तर प्रदेश शासन ने फिरोजाबाद जिले की सिरसागंज तहसील में गलत तरीक़े से जमीन बेचने और अपने परिवार के सदस्यों को आवंटित करने के मामले में एक उप जिलाधिकारी (SDM) समेत पांच सरकारी कर्मचारियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया गया है. इस मामले की सतर्कता जांच तथा मुकदमा दर्ज करने के भी आदेश दिए गए हैं.
जाने क्या था पूरा मामला
रमेश रंजन (जिलाधिकारी) के द्वारा हमे यह पता लगा कि जनपद थाना के सिरसागंज तहसील के रुधौनी गांव निवासी योगेश कुमार शर्मा ने गांव की 75 बीघा जमीन SDM और नायब तहसीलदार द्वारा लेखपाल की मदद से अपने करीबियों के नाम करने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी. उन्होंने बताया कि जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई.
जांच पूर्ण होने के उपरांत सीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम विवेक राजपूत, नायब तहसीलदार नवीन कुमार, एसडीएम के राजस्व पेशकार प्रमोद शाक्य, लेखपाल अभिलाष सिंह एवं राजस्व निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह सहित पांच लोगों को सस्पेंड किया गया है.इस मामले में जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित को भी मुकदमा दर्ज करने सहित अन्य कार्रवाई हेतु लिखा है