Kolkata Rape Case Update: शीर्ष अदालत ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए 14 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का किया गठन
Kolkata Rape Case Update: कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और मर्डर को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल बना हुआ है. इसी बीच इस केस को और अस्पतालों में कार्यरत महिला डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एक बड़ा फैसला लिया है.
बता दें कि कोलकाता केस (Kolkata Rape Case Update) को मध्य नजर रखते हुए और देशभर के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा एक बडा फैसला लिया है. शीर्ष अदालत ने कहा कि जो दूसरों की जान बचाते हैं उनकी जान से समझौता नहीं किया जा सकता और एक बड़े बदलाव के लिए एक और हत्या या दुष्कर्म (Kolkata Rape Case Update) का इंतजार नहीं किया जा सकता.
सुप्रीम कोर्ट में देश भर के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए 14 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है और देश भर के डॉक्टर जो जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उनको सुरक्षा का आश्वासन दिया है और डॉक्टर से मरीजों के हित में काम करने के लिए अपील की है।
Supreme Court ने लिया बड़ा फैसला
इस दौरान लेडी डॉक्टर से दुष्कर्म (Kolkata Rape Case Update) के मामले में FIR समय पर न दर्ज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल सरकार को जमकर फटकार लगाई. इसी के साथ ही 14- 15 अगस्त को अस्पताल में भीड़ द्वारा तोड़फोड़ करने के लिए और घटनास्थल तक पहुंचाने और हमलावरों को ना रोकने के लिए बंगाल सरकार को आड़े हाथों लिया और कहां कि बंगाल पुलिस हो रही घटना को रोकने में नाकाम रही, उस समय बंगाल पुलिस क्या कर रही थी.
कोर्ट ने बंगाल सरकार से घटना की पूरी जांच की रिपोर्ट मांगी है और साथ ही मामले की जांच कर रही थी सीबीआई से भी जांच की रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है.डॉक्टरों की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF को सौंप दी है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल सरकार से कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ताकत इस्तेमाल ना हो. इस मामले में 22 अगस्त को कार्यवाही की जाएगी.