Hezbollah के ठिकाने पर इजरायल का हमला, रातभर किए गए हमले
Hezbollah के ठिकानों पर इजरायल (Israel) का ये हमला ईरान(iran) और लेबान की धमकियों के चलते हुआ है. इस्माइल हानिया की ईरान में की गई हत्या के बाद में तनाव चरम पर है. जानकारी है कि ईरान ने इजरायल से हानिया की मौत का बदला लेने का ऐलान किया हुआ था.
दरअसल मिडिल ईस्ट में लगातार संकट गहराते जा रहे है और इसी बीच इजरायली सेना आईडीएफ (IDF) ने Hezbollah के कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले कर दिए है. आईडीएफ के मुताबिक उन्होंने दक्षिणी लेबनान में Hezbollah के कई ठिकानों पर रातभर ताबड़तोड़ हमले किए और उन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया.
बता दे कि Hezbollah के ठिकानों पर इजरायल का ये खतरनाक हमले ईरान और लेबान की धमकियों के चलते हुआ है. हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से ही मिडिल ईस्ट में तनाव चरम सीमा बढ़ गया है.जबकि ईरान ने इजरायल से हानिया की मौत का बदला लेने का ऐलान किया था.
दरअसल राजधानी तेहरान में हमास के मुखिया इस्माइल हानिया के कत्ल से गुस्साए ईरान ने इजरायल को सबक सिखाने की धमकी दी थी और अब ये माना जा रहा है कि ईरान किसी भी वक्त जंग का मोर्चा खोल सकता है.बता दे कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटी ब्लिंकन ने ईरान और Hezbollah की इन धमकियों को मुद्देनजर रख कर कहा था कि इजरायल पर ये देश कभी भी हमला कर सकता हैं. लेकिन ईरान और लेबनान की धमकियों को एक तरफ कर इजरायल ने Hezbollah के कई ठिकाने नेस्तनाबूद कर दिए हैं.
ईरान और लेबनान क्यों हैं नराज ?
धमकियों के मद्देनजर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन ने तन्याहू ने बताया कि ईरान और उसके गुर्गे हमें आतंकवाद के शिकंजे में जकड़ना चाहते हैं. परन्तु हम हर मोर्चे पर और हर क्षेत्र में उनके खिलाफ खड़े होने के लिए हमेशा दृढ़ पर हैं.
बता दे कि हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद तनाव इतना बढ़ गया है.कि इस घटना से एक दिन पहले लेबनान की राजधानी बेरूत में Hezbollah के शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर की भी हत्या कर दी गई थी.बता दे कि हानिया, गाजा में हमास का चीफ था.
Hezbollah ने भी इजरायल को टारगेट बनाना शुरू कर दिया था.Hezbollah के द्वारा बीते शनिवार को इजरायल पर करीब 50 रॉकेट छोड़े थे. हालांकि इजरायल के आयरन डोम ने Hezbollah के इस हमले को नाकाम कर दिया था.
ईरान और Hezbollah की ओर से बदला लिए जाने का ऐलान करने पर मिडिल ईस्ट में बड़े स्तर युद्ध की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ गई है. इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए इमरजेंसी मीटिंग बोलाई गई थी.हलाकि पेंटागन ने आगे की स्थिति को रोकने के लिए इस क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती का ऐलान भी कर किया है.