Devara Movie Review: जाह्नवी कपूर और NTR फिल्म ”देवरा” बॉक्स ऑफिस पर कर पाएगी कमाल, जानिए क्या है फिल्म की कहानी
Devara Movie Review: इन दिनों जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) की फिल्म ”देवरा” खूब सुर्खियां बटोर रहा है. रिलीज़ के पहले से ही दर्शकों में इस फिल्म को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा था. दर्शकों के लम्बें इंतजार के बाद आज यानी 27 सितंबर को फिल्म देवरा सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. ये फिल्म 2 घंटा 58 मिनट की है. इस फिल्म में लीड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर हैं साथ ही साऊथ के एक्टर नंदमुरी तारक रामा राव(NTR) और सैफ अली खान(Saif Ali Khan) भी इस फिल्म में मुख्य किरदार के रूप में आपको नज़र आएंगे.
बात करें देवरा फिल्म में एक्टिंग की तो, जूनियर एनटीआर (NTR ) के फैन्स इस फिल्म को बेहद पसंद करेंगे, क्योंकि इस फिल्म में NTR डबल रोल में नज़र आ रहे हैं. फिल्म में एक्शन कमाल की है. NTR को जोरदार टक्कर देने का काम बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान ने किया है. फिल्म में भैरा बनके सैफ छा गए हैं.
जिस तरह के निगेटिव शेड्स उनके चेहरे पर आते हैं, वह उनके किरदार पर चार चाँद लगा देतें हैं. एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर को अगले पार्ट के लिए रखा गया है. वह बिल्कुल भी इम्प्रेसिव नहीं हैं जानवी इंटरवल के बाद दस मिनट के लिए नजर आती हैं. फिल्म में जाह्नवी का रोल बेहद कमजोर है.
देवरा फिल्म की कहानी क्या है ?
फिल्म की कहानी देवरा यानी NTR और उसके परिवार की है, जो एक सामुद्रिक कबीले का नेतृत्व करता है और समुद्री तस्करी और अपराध के खिलाफ लड़ाई करता है. उसके सामने विलन के रोल में भैरा यानी सैफ अली खान आता है जो NTR के इस संघर्ष को और बढ़ा देता है. देवरा और उसके बेटे की कहानी दो पीढ़ियों की लड़ाई पर आधारित होती है, जो सत्ता और आदर्शों के संघर्ष से पूरी तरह से प्रेरित है. इस फिल्म में बाहुबली जैसी महाकाव्यात्मक कहानी और संघर्ष को दिखाने का भरपूर प्रयास किया गया है लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं बाहुबली जैसी गहराई और ताजगी फिल्म में नहीं देखने को मिली है.
फिल्म देवरा का डायरेक्शन कैसा है?
डायरेक्टर कोरताला शिवा ने देवरा फिल्म में शानदार विजुअल्स और एक्शन सीक्वेंस पेश किया है. फिल्म के एक्शन सीक्वेंस और वीएफएक्स इसकी ताकतवर और सबसे बड़ी कड़ी है. फिल्म में सिनेमैटोग्राफी भी लाजवाब है विशेष रूप से समुद्री दृश्यों में दूसरी तरफ, कहानी थोड़ी सी कमजोर पड़ रही है और कुछ दृश्य जैसे भैरा के साथ देवरा की आखिरी लड़ाई जल्दबाजी में समाप्त होती है.
जाह्नवी के किरदार को और अधिक ख़ास बनाया जा सकता था सैफ अली खान का किरदार भी दूसरे हाफ में कमजोर दिखाई पड़ता है. साउथ की हर डब फिल्मों में समस्या यही होती है कि हिंदी पट्टी की दर्शकों के मुताबिक डबिंग अच्छी नहीं हो पाती है. इसलिए हिंदी पट्टी के दर्शक फिल्म से बहुत ज्यादा कनेक्ट नहीं कर पाते हैं.